प्रश्नकर्ता मोहन यादव:- महाराज लोग कहते हैं नारी लक्ष्मी स्वरूपा है, उसपे हाथ नही उठाना चाहिए. इसपे शास्त्रो…
आर्य समाज कल्पवेदाङ्ग, स्मृति व इतिहासग्रन्थों को मिलावटी कहता है। आर्य समाज वेद के संहिताभाग को ही वेद…
कृष्ण यजुर्वेदीय ‘कठोपनिषद्’ – 2/3/14-15 :- यदा सर्वे प्रमुच्यन्ते कामा येऽस्य हृदि श्रिताः।अथ मर्त्योऽमृतो भवत्यत्र ब्रह्म समश्नुते ॥१४॥यथा…