सभी महानुभावों को जय श्रीराम, यह चैनल हमने मनुष्य के एकमात्र धर्म सनातन के प्रति हो रहे अन्यायपूर्ण कृत्यों के प्रतिकार स्वरूप बनाया है।
सनातन धर्म के प्रमाणिक शास्त्र-सम्मत एवं सार्वभौमिक सिद्धांतों के द्वारा समाज में व्याप्त विभिन्न मत-मतांतर और भ्रांतियों को समाप्त करते हुए हिंदुओं को संगठित कर सुसंस्कृत, सुशिक्षित, सुरक्षित, संपन्न, सेवापरायण, स्वस्थ, सर्वहितप्रद व्यक्ति व समाज की संरचना, तदानुसार सबके हित का ध्यान रखते हुए हिंदुओ के अस्तित्व एवं आदर्श की रक्षा ही हमारा उद्देश्य है।
दोस्तों, स्वार्थी सभी थे भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु फर्क केवल इतना है कि कोई लड़ता है अपने लिए, कोई लड़ता है अपने परिवार के लिए, कोई अपनी गली-मोहल्ले, शहर, प्रदेश या देश के लिए और कोई पूरी मानवता के लिए, इन सारी लड़ाइयों के पीछे एक ही शब्द था' मेरा' या कहे' मैं' अब देखना यह है कि आपका यह' मैं' कितना बड़ा है।
॥ धर्मेण हीनाः पशुभिः समानाः ॥